अगर अपनी किस्मत लिखने का जरा सा भी हक हो मुझे, तो अपने नाम के साथ तुझे हर बार लिखूं..!!
ये मोहब्बत है जनाब कितनी भी तकलीफ दे मगर सुकून भी उसी की बाहों में मिलता है।
जब किसी की रूह में उतर जाता है मोहब्बत का समंदर, तब लोग जिंदा तो होते हैं लेकिन किसी और के अंदर।
अमल से भी मांगा वफा से भी मांगा, तुझे मैंने तेरी रज़ा से भी मांगा, न कुछ हो सका तो दुआ से भी मांगा, कसम है खुदा की खुदा से भी मांगा।
मेरी आंखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम, तुम से ही तो मै हूं, मेरी पहचान हो तुम, मैं जमीन हूं अगर तो मेरे आसमान हो तुम, सच मानो मेरे लिए तो सारा जहान हो तुम।
इन आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है… दिन कोई भी हो लेकिन त्यौहार हो जाता है
तेरी खैरियत का ही जिक्र रहता है दुआओं में, मसला सिर्फ मोहब्बत का ही नही फिक्र का भी है.!
मोहब्बत में नशा तेरे इंतजार का है इस दिल में नशा तेरे दीदार का है ना होश में ला मुझे मदहोश ही रहने दे, मेरे इन नैनो में नशा तेरे प्यार का है…
सुबह में देखूं शाम में देखूं तेरा प्यारा सा चेहरा मैं चाँद में देखूं तेरे हुस्न की क्या तारीफ करूं मैं तेरा चेहरा मैं सारे जहां में देखूँ
मैं बन जाऊं रेत सनम,, तुम लहर बन जाना… भरना मुझे अपनी बाहों में अपने संग ले जाना..!!