Latest Alfaaz Shayari Images (अल्फ़ाज़ शायरी): Today, we’ve gathered some of the most beautiful Hindi Alfaaz Shayari photos from across the globe for you to enjoy. For WhatsApp and Facebook, you will discover high-definition adhure Alfaaz Shayari Photos, quotes, and status updates. So, without further ado, let’s start the journey.
Alfaaz Shayari Images + Text
वो थे न मुझसे दूर न मै उनसे दूर था,
आता न था नज़र तो नज़र का कुसूर था
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तुम्हारी याद के जब ज़ख्म भरने लगते हैं,
किसी बहाने तुम्हे याद करने लगते हैं।
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हम लबों से कह ना पाए उनसे हाल ए दिल कभी
और वो समझे नही ये ख़ामोशी क्या चीज़ है।
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सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा,
इतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा।
तुम्हारे दिल की चुभन भी जरूर कम होगी,
किसी के पांव से कांटा निकालकर देखो।
हाथ उठते हुए उनके न कोई देखेगा
किस के आने की करेंगे वो दुआ मेरे बाद
हम तुम में कल दूरी भी हो सकती है,
वजह कोई मजबूरी भी हो सकती है।
मै बोलता हूं तो इल्ज़ाम है बगावत का,
मै चुप रहूं तो बड़ी बेबसी सी होती है।
भरी है जो दिल में हसरत कहूं तो किससे कहूं,
सुने है कौन मुसीबत कहूं तो किससे कहूं
अंधेरे में भी एक दुनिया है आबाद
आंखों को अपनी बंद करके तो देखो
दिल की बात लबों पर लाकर
अब तक हम दुख सहते हैं,
हमने सुना था इस बस्ती में
दिलवाले भी रहते हैं
रहने दिया ना उसमे किसी काम का मुझे,
और ख़ाक में भी मुझको मिलाकर नही गया।
हर नजर से बचकर वो मुझपे नज़र रखता है,
एक शख्स है जो मेरी हर खबर रखता है।
रोज अच्छे नही लगते आंसुं
खास मौकों पे मजा देते हैं।
मैंने उसे प्यार किया है मिल्कियत का दावा नही,
वो जिसके भी साथ है मै उसको भी अपना मानता हूं
जानता हूं के तुझे साथ तो रखते हैं कई,
पूछना था कि तेरा ध्यान भी रखता हैं कोई.?
हाल ये है कि अपनी हालात पर,
गौर करने से बच रहा हूं मै।
❤ अनकहे अलफ़ाज़ शायरी इमेज ✍
रोज़ कहता हूं कि अब उन को न देखूंगा कभी,
रोज़ उस गली में इक काम निकल आता है।
मै मुद्दतों जिया हूं किसी दोस्त के बगैर,
अब तुम भी साथ छोड़ने को कह रहे हो खैर..
रंग उड़ने लगा है फूलों का,
अब तो आ जाओ! वक़्त नाजुक है..
सभी से राज कह देता हूं अपने
न जाने क्या छुपाना चाहता हूं
इतना बदनाम भी बीमार ना हो,
मौत आने ही को तैयार न हो..
माना कि तुम गुफ्तगू के फन में माहिर हो पर
वफ़ा के लफ्ज़ पर अटको तो हमे याद कर लेना
अब तो बस, दिल में यादें..
और फोन में नंबर रह गए हैं.!
हमारा दिल तो हमेशा से इक जगह पर है,
तुम्हारा दर्द ही रस्ता भटक गया होगा !
बदला हुआ कहता है वो मुझे,
जो खुद पहले जैसा नही रहा
सिर्फ़ ज़िंदा रहने को ज़िन्दगी नही कहते,
कुछ गम-ए-मोहब्बत तो कुछ गम-ए-जहां यारों
सैर कर दुनिया की गालिब जिंदगानी फिर कहां,
जिंदगी अगर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहां
आजतक दिया नही तुमने मुझे फरेब
पर ये भी सच है तुम कभी मेरे नही रहे!
कहां चराग जलाएं, कहां गुलाब रखें,
छतें तो मिलती हैं, लेकिन मकां नही मिलता..
दिल के अलफ़ाज़ स्टेटस शायरी
सैर कर दुनिया की गालिब जिंदगानी फिर कहां,
जिंदगी अगर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहां
आजतक दिया नही तुमने मुझे फरेब
पर ये भी सच है तुम कभी मेरे नही रहे!
सवाल ये नही की दर्द कितना है,
बात ये है कि परवाह किसे है.!
कुछ इस तरह से तेरे मेरे रिश्ते ने सांस ली,
न मैंने पलट कर देखा न तुमने आवाज दी।
मां फिर से चुप कराओ ना,
तेरा बेटा अब अंदर से रोता है.!
दर्द भरे अलफ़ाज़ Images
कैसे कह देते हैं लोग रात गई बात गई,
यहां जमाने गुजर जाते हैं दिल पर लगी
बात को भुलाने में.!!🍂
जिन्दगी तो सबके पास है
पर हर कोई जिंदा थोड़ी है..!
अंजाम ने दुख दिया,
वरना यादें तो प्यारी हैं..!
बिछड़ के तुझसे किसी दूसरे पर मरना है,
ये तजुर्बा भी इसी जिन्दगी में करना है।
अपने कई हैं,
मगर अपना कोई नहीं.!
Alfaaz Shayari Pics for Facebook
बहुत भीड़ है लोगों के दिलों में,
इसलिए हम अकेले ही रहते हैं.!
इश्क़ का सफर खत्म ही समझिए,
उनकी बातों से अब जुदाई की महक आने लगी है।
खाली वक्त में कभी याद आऊं
समझ लेना तुम्हारे अंदर कहीं जिंदा हूं मै
मिले तो हजारों लोग थे ज़िंदगी में,
वो सबसे अलग था जो किस्मत में नही था।
बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर क्योंकि
मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है।
जिस कदर जिसकी कदर की,
उस कदर बेकदर हुए हैं हम !!
इश्क़ की किताब का उसूल है जनाब
मुड़कर देखोगे तो मोहब्ब्त मानी जायेगी।
आदत बदल सी गई है वक्त काटने की,
अब हिम्मत नही होती किसी को
अपना दर्द बांटने की.!
दिल अब पहले सा मासूम नही रहा,
पत्थर तो नही बना पर मोम भी नही रहा..
काश तुम कभी सोच पाते,
हम क्या सोचते हैं.!
सबकुछ मिट जायेगा वादों के सिवा,,
तो कुछ लम्हे जो लिए जाएं याद बनने से पहले।
बहुत मजबूत हूं मै ये पूरी दुनिया जानती है,
बहुत कमज़ोर हूं मै ये सिर्फ तुम जानती हो.!
अल्फाज शायरी फोटो
तुम्हारा हाथ छूटने के बाद
बड़े हल्के से पकड़ता हूं अब मैं सबकुछ.!
इश्क़ उसी से खामियाँ बेशुमार हों
ये खूबियों से भरे चेहरे इतराते बहुत हैं !!
वो सो जायेंगे किसी और की बाँहों में,
तुम सिर्फ करवटें बदलते !!
जहाँ दूसरों समझाना मुश्किल हो जाये
वहां खुद को समझा लेना बेहतर होता है !
जिंदगी के सारे मुकाम पहले हासिल कर लो,
कहीं इश्क़ में उलझ गए तो बर्बाद होना तय है।
Khamoosh Alfaaz Shayari Photos
तेरा बदलाअब मै अब दूसरों से लेता हूँ
जो मुझे चाहता है मै उसे छोड़ देता हूँ
जीतता हूँ जिन्हें मोहब्बत से
उनको गुस्से में हार जाता हूँ.!
इतना भी बेहतर न खोजो
कि बेहतरीन को ही खो दो।
पता कैसे मिले उस लापता का
जो गुम रहता हो अपने आप ही में।
रंग खुशबु और मौसम बहाना हो गया,
अपनी ही तस्वीर में चेहरा पुराना हो गया।
Aflaaz Shayari Attitude Image
अगर मोहब्बत करने के काबिल हो
तो पहले खुद से मोहब्बत करो !
जिन्हें नीड नही आती, उन्ही को है मालूम
सुबह होने में कितने ज़माने लगते हैं
पकड़ी जब नब्ज मेरी, हकीम यूँ बोला
वो जिन्दा है तुझमे, तू मर चुका है जिसमे।
हुआ है तुझसे बिछड़ने के बाद ये मालूम ,
कि तू नहीं था तेरे साथ एक दुनिया थी।
मेरे अपने करने लगे हैं बगावत आजकल,
गैरों को होने लगी है मोहब्बत मुझसे !
Alfaaz Shayari Pictures DP
मेरे पास ही है मगर ना जाने क्यों
अब वो शख्स गया सा लगता है.!
देखने वाले ने देखा है मुझे हमेशा अकेला,
पर साथ रहती है तन्हाई, खामोशी मेरे हमेशा।
घर जल रहा था मेरा, सब तमाशा देख रहे थे,
जिनसे उम्मीद थी मदद की, वो हाथ सेंक रहे थे.!
कुछ अधूरापन था, जो पूरा हुआ ही नही,
कोई था मेरा, जो मेरा हुआ ही नही.!
ज़माने को नहीं जिसकी जरुरत
मैं शायद वो जरुरी आदमी हूँ।
Sad Alfaaz Shayari Status in Hindi
वक़्त यू रेत की तरह फिसलता रहा,
कोई मिलता रहा तो कोई बिछड़ता रहा.!!
कुछ उसे भी दूरियां पसंद आने लगी थी,
और कुछ मैंने भी वक़्त मांगना छोड़ दिया।
जरा जरा सी बात पर दिल तोड़ देते हो,
जब चाहा बात की, जब चाहो छोड़ देते हो.!
मेरी गैर मौजूदगी में तुझे कौन देखेगा,
साथ तो रहेंगे सब मगर तेरा ख्याल कौन रखेगा।
इश्क़ का ये खेल भी अनूठा है,
के आज हमारी जगह उसके पास कोई और बेठा है।
2 Line Alfaaz Shayari Captions
कोई चराग जलाता नहीं सलीके से,
मगर सभी को शिकायत हवा से होती है।
अकेले ही तय करने पड़ते हैं कुछ सफर
जिंदगी के हर सफर में हमसफ़र नही होताा
कुछ अजीब सा चल रहा ये वक़्त का सफर,
एक गहरी ख़ामोशी है बस खुद के अंदर.!
मोहब्बत पहली, दूसरी या तीसरी नही होती
मोहब्बत वही है जिससे बाद मोहब्बत ना हो.!!
वो नदी थी वापस मुड़ी नही,
मै समंदर था आगे बढ़ा नही..
बगैर उसके अब आराम भी नही आता,
वो जिसके लब पर मेरा नाम भी नही आता।
खो देते हैं, फिर खोजा करते हैं,
यही खेल हम जिंदगी भर खेला करते हैं.!
हद से बढ़ जाए ताल्लुक तो गम मिलते हैं,
हम इसी वास्ते हर शख्स से कम मिलते हैं।
तुझे सिर्फ अपना गम दिखता है,
पर अफसोस तुझे कितना कम दिखता है।
अपना कोई मिल जाता तो हम फूट के रो लेते,
यहां सब गैर हैं तो हंस के गुजर जाएगी..!
दर्द मोहब्बत का ए दोस्त बहुत खूब होगा,
न चुभेगा… ना दिखेगा… बस महसूस होगा..!
सहमा सहमा डरा सा रहता है,
ना जाने क्यों जी भरा सा रहता है।
सफर ए जिंदगी में जब कोई, मुश्किल मकाम आया,
ना गैरों ने तवज्जो दी, ना अपना कोई काम आया…!
हम पढ़कर किताब सीख लेंगे मोहब्बत सारी,
जरूरी नही सब कुछ आजमा कर देखा जाए।
झट से बदल दूँ इतनी न हैसियत, न आदत है मेरी
रिश्ते हों या लिबास मै बरसों…. चलाता हूँ….
यही सोचकर ज्यादा शिकवा नही किया मैंने,
की अपनी जगह हर कोई सही होता है..!
इतना साफ मत रख अपने दामन को,
लोग अगर गंगा समझ बैठे तो गंदा कर देंगे!
कहानियां पूरी कैसे हों,
जब किरदार अधूरे हैं.!!
अपने चेहरे से जो जाहिर है छुपाएं कैसे,
तेरी मर्जी के मुताबिक नजर आए कैसे.!
एक अजीब सी बेचैनी है तेरे बिन,
रह भी लेते हैं.. रहा भी नही जाता।।
कैदी हैं सब यहां,
कोई ख्वाबों का, कोई ख्वाहिशों का..!!
घाट का एक खामोश पत्थर हूं मै,
मैंने नदी के हजार नखरे देखें हैं।
तुम्हें पा लेते तो किस्सा खत्म हो जाता,
तुम्हें खोया है तो यकीनन कहानी लंबी चलेगी.
जिसका ये ऐलान है कि वो मजे में है
या तो वो फकीर है या फिर नशे में है।
गुरुर उनका कुछ ऐसे तोड़ दिया हमने
अब उनको देख कर मुस्कुराना छोड़ दिया हमने
तुझे बेहतर बनाने की कोशिश में
तुझे ही वक़्त नही दे पा रहे हम,
माफ़ करना ये जिंदगी
तुझे ही नही जी पा रहे हम
कहने को शब्द नही लिखने को भाव नही
दर्द तो हो रहा है पर दिखाने को घाव नही